हमारे लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का क्षण है कि बस्तर की धरती पर सनातन धर्म की पताका थामे वैदिक विदुषी अंजलि आर्य, हमारे बीच दिनांक 16 अक्तूबर 2024 संध्या 6.30 से 9 बजे लालबाग मैदान, जगदलपुर में पधार रहीं हैं।
यह अवसर हमारे समाज के लिए एक दिव्य वरदान के समान है, जब हमें इन महान विभूतियों से धर्म, संस्कृति, और राष्ट्र के प्रति उनके विचारों और समर्पण को सुनने और समझने का अवसर प्राप्त होगा।
वैदिक विदुषी अंजलि आर्या,जो अपने ओजस्वी भाषणों और निडर विचारों के माध्यम से सनातन धर्म के आदर्शों को सशक्त रूप से प्रस्तुत करते हैं, और भारतीय संस्कृति और नारी शक्ति की प्रतीक हैं, हम सभी को एक नई दिशा दिखाने आ रहीं हैं। उनका मार्गदर्शन हम सभी के लिए एक प्रेरणास्रोत होगा, जिससे हम धर्म और राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को और बेहतर तरीके से निभा सकें।
आयोजन के संयोजक पतंजलि योग समिति छत्तीसगढ़ ने सभी सनातन बंधुओं इस विशेष अवसर पर अपील करते हुए कहा कि सभी बस्तर वासी इस महायज्ञ में अपनी उपस्थिति से इस आयोजन को सफल बनाएं। आपकी उपस्थिति न केवल हमें एकता का संदेश देगी, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मूल्यों को और भी सुदृढ़ करेगी। यह सभा हमारे लिए एक ऐसा मंच है, जहाँ हम सभी मिलकर सनातन धर्म की ध्वजा को और ऊंचा करने का संकल्प ले सकते हैं।
आप सभी जागरूक सनातनी भाई-बहनों से निवेदन है कि इस भव्य आयोजन में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें,और मित्रों सहित पधार कर अपना व समाज का नेतृत्व प्रदान केरेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने पतंजलि योग समिति के डॉ मनोज पाणिग्रही,राजाराम तोड़ेम, दशरथ कश्यप,संजय पाण्डेय,सुरेश गुप्ता, नैना सिंह धाकड़,शक्तिसिंह चौहान,रविन्द्र कुमार हेमनानी,राजेश चावड़ा,अरुण त्रिपाठी, ईश्वर राव,जितेंद्र मिश्रा, मनीष भोजवानी, मंजूँ लुक्कड, मान कोर्राम,शुक्ला दास,जोगिंदर पाल,रिशी यादव व अन्य प्रयास रत है ।